Vikas Dubey Encounter : हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का एनकाउंटर , लम्बी है गुनाहों की लिस्ट, एनकाउंटर की सचाई
पुलिस एनकाउंटर में मारा गया यूपी का हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे | यूपी STF
की गाड़ी पलटने के बाद की थी भागने की कोशिश | Vikash
Dubey Encounter Hindi News
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Vikash Dubey Encounter : Kanpur : UP |
उत्तर प्रदेश पुलिस के 8 जवानों हत्या करने का मुख्य आरोपी विकास
दुबे शुक्रवार प्रातः लगभग 7:34 पर पुलिस एनकाउंटर में मारा गया | एसटीएफ की
गाड़ी पलटने के बाद उसने जवानों की पिस्टल लेकर भागने की कोशिश की थी उसे सरेंडर
करने का कहा गया था लेकिन उसने पुलिस वालों पर गोलियां चलानी शुरू
कर दी थी पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे मारा गया था | मध्य प्रदेश
के उज्जैन में गिरफ्तार होने के बाद विकास दुबे को कानपुर लेकर आ रही यूपी एसटीपी
का महान कानपुर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया | अपराधी विकास दुबे एससी एसटी एक्ट के
वाहन में सवार था | एनकाउंटर के
बाद विकास दुबे को नजदीकी हस्पताल लाला लाजपत राय लाया गया जहां डॉक्टरों ने 7:55 पर मृत
घोषित कर दिया |
2 जुलाई से ही
फरार था विकास दुबे:
यूपी पुलिस
को अपराधी विकास दुबे को पकड़ने
के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी | विकास दुबे पुलिस के 8 जवानों की
हत्या के बाद से ही फरार चल रहा था | को विख्यात अपराधी विकास दुबे को गुरुवार
को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था | पुलिस के
एनकाउंटर से बचने के लिए विकास दुबे महाकाल मंदिर गया था | इससे पहले
विकास दुबे 1 दिन राजस्थान
के कोटा शहर में और 2 दिन नोएडा
में रुका था | यूपी पुलिस
के मुताबिक विकास दुबे 5 और 6 जुलाई को
नोएडा में और फिर 8 तारीख को
कोटा में रुका था रात भर रुकने के बाद फिर वह उज्जैन पहुंचा और वह वहां महाकाल
मंदिर में ठहरा हुआ था | विकास दुबे
के कई साथी एनकाउंटर में पहले ही मारे जा चुके थे | यूपी पुलिस को विकास दुबे की कई जगह
छिपने की जानकारी मिली थी |
विकास दुबे के सीने में लगी तीन गोलियां: (vikash dubey encounter news Hindi)
पुलिस एनकाउंटर के बाद गेंगेस्टर विकास दुबे को जब हॉस्पिटल
लाया गया था तब डॉक्टरों के मुताबिक वह मृत था | डॉक्टर अरबी कमाल ने बताया की विकास दुबे
के सीने में 3 गोलियां लगी
थी जबकि एक गोली उसके हाथ में लगी थी | डॉक्टर ने जानकारी दी कि करो ना देश के
लिए विकास दुबे का सैंपल भेजा गया जिसमें उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है |
विकास दुबे महाकाल मंदिर क्यों गया था:
विकास दुबे यूपी पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए महाकाल मंदिर गया था | विकास दुबे
की माता के अनुसार वह अकाल मृत्यु से बचने के लिए हर साल महाकालेश्वर का दर्शन
करने जाता था और घर पर भी वह रोजाना महाकालेश्वर की पूजा करता था | अकाल मृत्यु
से बचने के लिए विकास दुबे ने कुछ साल पहले अपने हाथ में जीवन रक्षक दुर्गा कवच भी
गुदवा रखा था | दुबे की
माता के अनुसार अकाल मृत्यु से बचने के लिए उसका बेटा हर साल महाकाल जाता था |
खूंखार अपराधी विकास दुबे के अपराध: (Vikash Dubey Apradh History)
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के अपराधों की लिस्ट बहुत लंबी है अपने अपराधिक
गतिविधियों के कारण वह इतना खतरनाक बन गया कि यूपी पुलिस भी उसे पकड़ने से डरती थी
| अगर इस बात
को इस तरह से कहा जाए तो भी गलत नहीं होगा कि यूपी पुलिस विकास दुबे का इन अपराधों
में साथ देती थी | विकास दुबे
का उठना बैठना बड़े राजनीतिक दलों और नेताओं के साथ भी था | विकास दुबे
के खिलाफ चौबेपुर थाने में हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी
वसूल ना, फिरौती
मांगने समेत कई
धाराओं में 60 मुकदमे दर्ज
हैं | विकास दुबे
के खिलाफ गुंडा एक्ट और गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा चुकी है | वर्ष 2017 में विकास
दुबे को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार भी किया था | आइए जानते हैं कि विकास दुबे ने कब कौन
से अपराध किए हैं
- 1994 में बिल्हौर थाने में हत्या डकैती का पहला मामला दर्ज हुआ था |
- किसान की हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था |
- साल 2000 में कानपुर के शिवाली थाना क्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कॉलेज के सहायक प्रबंधक सिद्धेश्वर पांडे की हत्या का मामला |
- साल 2000 में शिवाली थाना क्षेत्र में रामबाबू यादव की हत्या की साजिश रचने का आरोप
- साल 2001 में राज्य मंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी था
- साल 2004 में केबल व्यवसाई दिनेश दुबे की हत्या का आरोपी था |
- 2020 में 8 पुलिस वालों की हत्या |
- 10 जुलाई 2020 में पुलिस एनकाउंटर में विकास दुबे मारा गया |
विकास दुबे पर से अधिक मुकदमे होने के बावजूद भी वह खुले आसमान के तले आराम
से घूम रहा था | लगातार
अपराध जगत में सक्रिय रहने के बावजूद उसे पुलिस और राजनीतिक पार्टियों के नेताओं
का संरक्षण मिलता रहा | अगर पुलिस
उसे पकड़ती तो भी कुछ दिन के बाद वापस जेल से बाहर आ जाता था विकास दुबे | लेकिन इस
बार मामला उल्टा हुआ विकास दुबे यूपी पुलिस पर भारी पड़ गया क्योंकि जो पुलिस
विकास दुबे को शरण दिया करती थी विकास दुबे ने उसी पुलिस के 8 जवानों को
मौत के घाट उतार दिया | तब यूपी
पुलिस बौखला गई और बार योगी सरकार तक पहुंच गई और मामला समाप्त हुआ एनकाउंटर पर |
विकास दुबे
का घर, घर नहीं अभेध किला है: (Historysiter vikash dubey)
यूपी पुलिस
के 8 जवानों की
मौत के बाद यूपी पुलिस विकास दुबे के घर की छानबीन करने गई तो यूपी पुलिस विकास
दुबे के घर को देखकर दंग रह गई क्योंकि विकास का घर घर नहीं था वह एक अभेध किले की तरह
था | विकास दुबे
ने घर में बंकर कर बना रखा था जिसमें वह हथियार छुपाता था पुलिस ने वहां भारी
मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है | विकास दुबे की घर की डिजाइन एक अभेध किले की तरह है | अगर अचानक से उनके घर में आ जाए तो कोई
भी इस अभेध किले में बैठा व्यक्ति आसानी से पकड़ में नहीं आता अगर आ भी जाता है तो
वह तुरंत वहां से फरार हो जाता है पता तक भी नहीं चलता | लेकिन अब इस
मामले के बाद विकास दुबे के अभेध किले को यूपी पुलिस के द्वारा खंडहर बना दिया गया
है |
पुलिस एनकाउंटर में विकास दुबे के 5 साथी भी ढेर:
आइए अब आपको
हम बताते हैं विकास दुबे के एनकाउंटर से पहले इसके 5 साथी भी पुलिस एनकाउंटर में ढेर हो गए थे
इसमें विकास दुबे का सबसे खास आदमी अमर दुबे बुधवार को यूपी के हमीरपुर में मारा
गया था इसको विकास दुबे का राइट हैंड कहा जाता था | इसके अलावा विकास दुबे का मामा प्रेम
प्रकाश पांडे , विकास दुबे
का भतीजा अतुल दुबे, प्रभात और
प्रवीण पुलिस एनकाउंटर में मारे गए |इनके एनकाउंटर को देखकर विकास दुबे भी
घबरा गया और अपने आप को अकाल मृत्यु से बचाने के लिए उज्जैन के महाकाल मंदिर में
छुपा लिया लेकिन वह अपने आपको नहीं बचा पाया |
बात पते की : हमारा सवाल:
साथियों अब
बात करते हैं पते की | हिस्ट्रीशीटर
विकास दुबे और यूपी पुलिस का एनकाउंटर क्या वास्तव में एक साजिश थी या बना बनाया
एक जाल | क्योंकि जिस
तरह से मीडिया के एनकाउंटर के फुटेज आए हैं अगर उन फुटेज को देखा जाए तो यह
एनकाउंटर एक वास्तविक एनकाउंटर में होकर यूपी पुलिस की बनी बनाई साजिश थी | क्योंकि
मीडिया पल-पल की खबरों के साथ जब से विकास दुबे को गिरफ्तार किया था तब से लेकर
मीडिया की गाड़ियां पुलिस के पीछे थी लेकिन कानपुर के नजदीक आने से पहले मीडिया की
गाड़ियों को एक प्लान के तहत रोका गया और रोकने की कुछ समय बाद ही पुलिस की गाड़ी
जिसमें विकास दुबे बैठा था उसके एक्सीडेंट का होना और फिर विकास दुबे का वहां से
भागना पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे को गोली मारना अगर इन सब घटनाओं को
देखा जाए तो यह एक वास्तविक एनकाउंटर नहीं था यह यूपी सरकार और यूपी पुलिस की बनी
बनाई एक साजिश थी | इस बारे में
आपका क्या कहना है कमेंट जरूर करना | आपकी जानकारी के लिए बता दें अगर विकास
दुबे को एनकाउंटर में ही मारना था तो यूपी पुलिस इसको पहले कभी भी मार सकती थी
क्योंकि विकास दुबे के अपराधिक मामले कम नहीं है 62 से ज्यादा अपराधिक मामले विकास दुबे के
खिलाफ दर्ज हैं लेकिन फिर भी पुलिस ने इस पर कोई कार्यवाही नहीं की क्योंकि विकास
दुबे को राजनीतिक शरण मिला हुआ था और अब जब मामला पूरे देश में फैल गया तब उसको
पकड़ने की कार्रवाई और एनकाउंटर
मैं उसकी मौत कुछ अजीब सा लगता है |
News Report : Tech Baba News
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Vikas Dubey Encounter : हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का एनकाउंटर , लम्बी है गुनाहों की लिस्ट, एनकाउंटर की सचाई
Reviewed by Tech Baba News
on
Friday, July 10, 2020
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