पूर्व राष्ट्रपति प्रणब का निधन : भारत रत्न प्रणब मुखर्जी का क्लर्क से लेकर राष्ट्रपति बन्ने तक का सफर Pranab Mukherjee Death News In Hindi
भारत रत्न देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब
मुखर्जी दुनिया से हुए अलविदा | देश के नाम के साथ ली अंतिम साँस | Pranab Mukherjee News in Hindi
देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
का 31 अगस्त को 84 साल की उम्र में दिल्ली के
रिसर्च एंड रेफरल आर्मी हॉस्पिटल में निधन हो गया | उनके निधन पर देश के पीएम मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ,
ग्रहमंत्री अमित शाह समेत देश की तमाम हस्तियों ने अपनी संवेदनाऐ प्रकट की |
प्रणब मुखर्जी काफी दिनों से बीमार चल
रहे थे जिसके चलते सोमवार को RR हॉस्पिटल में अंतिम साँस ली | मुखर्जी का राजनितिक
सफर बेहत शानदार रहा है | वे इंदिरा गाँधी की सरकार में बन चुके थे वित मंत्री | वे
भारत के तेहरवें राष्ट्रपति बने और 26 जनवरी 2019 को मुखर्जी के भारत रतन से
सम्मानित किया गे था |आईये जानते है उनके राजनितिक सफर के बारे में |
प्रणब मुखर्जी का जन्म और पढाई : (Pranab Mukherjee Date of Birth)
प्रणब मुखर्जी का जन्म 11 दिसम्बर 1935
को पश्चिम बंगाल के वीरभूमि जिले के मिराती गाँव के कामदा किंकर मुखर्जी के घर हुआ
था | इनके पिता एक स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस नेता थे | इनकी माता का नाम
राजलक्ष्मी था | प्रणब मुखर्जी ने अपनी शुरुवाती पढाई करने के बाद उच्च अध्ययन
कलकाता विश्विद्यालय से राजनीती शास्त्र में एमए और कानून की पढाई में स्नातक की
डिग्री प्राप्त की | प्रणब मुखर्जी शुरवात में अपनी कक्षा में एक कमजोर विद्यार्थी थे |
क्लर्क की नौकरी से की जीवन
की शुरवात :
मुखर्जी ने अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने
के बाद कलकता में ही पोस्ट एंड टेलीग्राफ विभाग में क्लर्क की नौकरी से अपने जीवन
की शुरवात की | इसके बाद उन्होंने कुछ समय तक शिक्षक का काम भी किया | इसके आलावा
उन्होंने एक समाचार पत्र में पत्रकार का भी काम किया है |
प्रणब मुखर्जी का राजनीतिक जीवन : (Pranab Mukherjee Political History)
प्रणब मुखर्जी की राजनीती की शुरवात
1969 से मिदनापुर उपचुनाव में एक निर्दलीय उम्मीदवार वीके कृष्ण मेनन के लिय चुनाव
प्रचार से हुआ | उस वक्त पीएम इंदिरा गाँधी इनके प्रचार और काम को देखकर काफी प्रभावित
हुई और उन्हें कांग्रेस पार्टी का सदस्य बना लिया और फिर उसी साल कांग्रेस
ने राज्यसभा में भेज दिया | येही से उनके राजनितिक जीवन शुरवात हुई |
पांच बार बने राज्यसभा के
सदस्य :
प्रणब मुखर्जी 1969 में कांग्रेश की तरफ
से पहली बार राज्यसभा पहुचे | इसके बाद 1975, 78, 93 और 1999में कांग्रेश की और से
राज्यसभा के लिए चुने गए | मुखर्जी 1978 से 1980 तक राज्यसभा में कांग्रस पार्टी
के उप नेता रहे है |
कई बार बने मंत्री :
प्रणब मुखर्जी की राजनीती में इतने
दिलचस्पी थी की कांग्रेस पार्टी इनके कार्य और योग्यता को देखर कई बार मंत्रीपद
सौपें है | मुखर्जी कांग्रेस के विभिन्न कार्यकाल में विदेश मंत्री (1995), रक्षा मंत्रालय, वित
मंत्रालय(1984) जैसे कई मंत्री पद इनको
दिए है | और अपने कार्यकाल में इन्होने अपने कार्य को पूर्ण जिम्मेदारियो के साथ
निभाया है |
देश के 13वें राष्ट्रपति और
भारत रत्न से सम्मानित मुखर्जी : ( President of India Pranab Mukharjee)
प्रणब मुखर्जी की मेहनत और लगन के कारण वे
देश के 13वें राष्ट्रपति बने | वे 2012 से
2017 तक भारत के
राष्ट्रपति रहे थे | अपने राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए उन्होंने देश हित में कई
बड़े फैसले लिए है | इनके कार्यो से प्रभावित होकर 2019 में तत्कालीन सरकार
(BJP) ने इन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया था |
इस प्रकार देश के राष्ट्रपति के रूप में भारत रत्न प्राप्त करने वाले छठे
राष्ट्रपति बने |
एक
बार कांग्रेस से निकाले गए मुखर्जी :
राजनीती की
शर्गार्मियो के चलते एक बार मुखर्जी को कांग्रेस से निकाल भी दिया था | इंदिरा
गाँधी की हत्या के बाद मुखर्जी राजीव गाँधी की समर्थक मण्डली के षड्यंत्र के शिकार
हुए | मंडली ने इनको मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने दिया और उन्हें कांग्रेस
पार्टी से बहार निकल दिया था | इसके बाद मुखर्जी ने अपने राजनितिक दल राष्ट्रिय
समाजवादी कांग्रेस का गठन किया लेकिन 1989 में राजीव गाँधी के साथ हुए समझोते के
बाद उन्होंने अपने दल को वापस कांग्रेस पार्टी में शामिल कर लिया था |
मुखर्जी के निधन पर सात दिन
का राजकीय शौक की घोषणा :
मुखर्जी के सम्मान में भारत में 31
अगस्त से लेकर 6 सितम्बर तक राजकीय शोक की घोषणा की है | गृह मंत्रालय की ओर से कहा
गया है की इस दौरान देश में उन सभी भवनों पर राष्ट्रिय ध्वज आधा झुका रहेगा जहाँ ध्वज लगा रहता है |
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पीएम मोदी का प्रणब मुखर्जी के प्रति था सम्मान :I was new to Delhi in 2014. From Day 1, I was blessed to have the guidance, support and blessings of Shri Pranab Mukherjee. I will always cherish my interactions with him. Condolences to his family, friends, admirers and supporters across India. Om Shanti. pic.twitter.com/cz9eqd4sDZ
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2020
I was new to Delhi in 2014. From Day 1, I was blessed to have the guidance, support and blessings of Shri Pranab Mukherjee. I will always cherish my interactions with him. Condolences to his family, friends, admirers and supporters across India. Om Shanti. pic.twitter.com/cz9eqd4sDZ
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2020राहुल गाँधी द्वारा टीवीट कर दी मुखर्जी को श्रदांजली
With great sadness, the nation receives the news of the unfortunate demise of our former President Shri Pranab Mukherjee.
I join the country in paying homage to him.
My deepest condolences to the bereaved family and friends. pic.twitter.com/zyouvsmb3V
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2020
With great sadness, the nation receives the news of the unfortunate demise of our former President Shri Pranab Mukherjee.
I join the country in paying homage to him.
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